इक शहर बेहिसाब सपनों का
इक शहर अनगिनत उम्मीदों का
struggle के तड़केसे
कामयाबी का स्वाद देनेवाला ये शहर
जो कभी नही सोता
और ना ही किसीको भूखा मरने देता
बस एक बार समझ आए इसकी फ़ितरत
फिर, बग़लवाले समुंदरसे
जो गुफ़्तगू इसकी चलती है
उसी रफ़्तार पे दौड़नेको
आपके नसीब की धडकनों को वक़्त नही लगता
इक शहर बेहिसाब सपनों का
इक शहर अनगिनत उम्मीदों का
— पराग